Kuch Tum Kaho

कुछ तुम कहो, कुछ हम कहें
फिर हो शुरू ये दास्ताँ

कुछ तुम कहो, कुछ हम कहें
फिर हो शुरू ये दास्ताँ
ये तो कहानी है अपने प्यार की
बेताब धड़कन के इक़रार की

दिल में है क्या, तुम जान लो
जो हम कहें, मान लो
जान लो, मान लो, जान लो
कुछ तुम कहो, कुछ हम कहें

होश है, कहीं ना क़रार है
दर्द है, अजब सा ख़ुमार है, ओ-ओ-ओ
क्या करें, दीवानों सा हाल है
हर घड़ी तुम्हारा ख़याल है

नींद भी आए ना रात-भर
ढूँढती तुम्हें हर घड़ी नज़र
तुमको नहीं शायद इसकी है ख़बर
चाहेगा ना कोई तुमको इस क़दर

दिल में है क्या, तुम जान लो
जो हम कहें, मान लो
जान लो, मान लो, जान लो
कुछ तुम कहो, कुछ हम कहें

हम तेरी बाँहों में सो गए
चैन की पनाहों में खो गए, ओ-ओ-ओ
एक हसीं सुहानी सी शाम दें
आ, तुझे मोहब्बत का नाम दें

हम सभी रस्मों को तोड़ दें
तुम कहो तो दुनिया भी छोड़ दें
होके जुदा इक पल ना रह पाएँगे
रोएँगे, तड़पेंगे, हम मर जाएँगे

दिल में है क्या, तुम जान लो
जो हम कहें, मान लो
जान लो, मान लो, जान लो
जान लो, मान लो, जान लो

कुछ तुम कहो, कुछ हम कहें
फिर हो शुरू ये दास्ताँ



Credits
Writer(s): Wajid Khan, Sajid Khan, Jalees Sherwani
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