Likh Kar Tere Naam Zamin Par - Kehna Ek Diwana Teri

कहना, एक दीवाना तेरी
याद में आहें भरता है
लिख कर तेरा नाम ज़मीं पर
उसको सज्दे करता है

चाक गिरेबाँ ख़ाक-बसर
फिरता है सूनी राहों में
फिरता है सूनी राहों में

सायों को लिपटाता है
और "लैला, लैला" करता है
"लैला, लैला" करता है
लिख कर तेरा नाम ज़मीं पर
उसको सज्दे करता है

तेरी एक झलक की ख़ातिर
जान आँखों में अटकी है
जान आँखों में अटकी है

जी का ऐसा हाल हुआ है
जीता है ना मरता है
लिख कर तेरा नाम ज़मीं पर
उसको सज्दे करता है
उसको सज्दे करता है

ख़ुद को भूल गया है, लेकिन
तेरी याद नहीं भुला
तेरी याद नहीं भुला

दिल के जितने ज़ख़्म हैं
उनमें तेरा ही अक्स उभरता है
लिख कर तेरा नाम ज़मीं पर
लिख कर तेरा नाम ज़मीं पर
उसको सज्दे करता है

सायों को लिपटाता है
और "लैला, लैला" करता है
"लैला, लैला" करता है

कहना, मेरे दीवाने से
कहना, मेरे दीवाने से
लैला तेरी अमानत है

तेरी बाँहों में दम देगी
तू जिसका दम भरता है
तू जिसका दम भरता है
दिल के जितने ज़ख़्म हैं
उनमें तेरा ही अक्स उभरता है

सदके जाऊँ इस क़ासिद पर
जिससे ये पैग़ाम मिला

मेरा क़ातिल, मेरा मसीहा
अब भी मुझ पर मरता है
अब भी मुझ पर मरता है

लैला, हो, लैला
लैला, लैला



Credits
Writer(s): Jaidev, Madan Mohan, Ludiavani Sahir
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