Botal Se Ik Baat Chali

बोतल से इक बात चली है
ख्वाब उड़ा के रात चली है

बोतल से इक बात चली है
काग उड़ा के रात चली है

बोतल से इक बात चली है
काग उड़ा के रात चली है

आज की मई बहुत मीठी है
आज तो आँख मिला के पीना
चाँद की मिश्री घुल जाएगी
चाँद से होठ लगा के पीना

बोतल से इक बात चली है
काग उड़ा के रात चली
बोतल से इक बात चली है
ख्वाब उड़ा के रात चली है

वादो वाली रात आई है
आज की रात इंकार ना करना
अपने दिन और रात ना पूछो
तुम से जीना तुमपे मारना

बोतल से इक बात चली है
काग उड़ा के रात चली है
बोतल से इक बात चली है
काग उड़ा के रात चली है



Credits
Writer(s): Gulzar, R D Burman
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