Aap Mujhe Achhe Lagne Lage

आप मुझे अच्छे लगने लगे
सपने सच्चे लगने लगे
आ-हा, आप मुझे अच्छे लगने लगे
सपने सच्चे लगने लगे

नैन सारी रैन जगने लगे
कि आप मुझे अच्छे लगने लगे
सपने सच्चे लगने लगे

नैन सारी रैन जगने लगे
कि आप मुझे अच्छे लगने लगे
सपने सच्चे लगने लगे

बातें यही होने लगी गाँव में, हो
बातें यही होने लगी गाँव में
छुपती फिरूँ मैं धूप में, छाँव में
ज़ंजीरें फ़ौलाद की हैं पाँव में

मगर छन-छननन घुँघरू बजने लगे
आ-हा, आप मुझे अच्छे लगने लगे
नैन सारी रैन जगने लगे
कि आप मुझे अच्छे लगने लगे
सपने सच्चे लगने लगे

अखियों को भेद खोलना आ गया, हाए
अखियों को भेद खोलना आ गया
मेरे मन को भी डोलना आ गया
ख़ामोशी को बोलना आ गया

देखो, गीत मेरे मुख पे सजने लगे
आ-हा, आप मुझे अच्छे लगने लगे
नैन सारी रैन जगने लगे
कि आप मुझे अच्छे लगने लगे
सपने सच्चे लगने लगे



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link