Dil Dhadke Kuch

दिल धड़के, कुछ कह नहीं पाऊँ
कहते-कहते चुप हो जाऊँ
हो, दिल धड़के, कुछ कह नहीं पाऊँ
कहते-कहते चुप हो जाऊँ

जब आती हो तुम नज़र के सामने
नज़र के सामने, नज़र के सामने

दिल धड़के, कुछ कह नहीं पाऊँ
कहते-कहते चुप हो जाऊँ
दिल धड़के, कुछ कह नहीं पाऊँ
कहते-कहते चुप हो जाऊँ

जब आते हो तुम नज़र के सामने
नज़र के सामने, नज़र के सामने

तुमसे मिलके ना जाने क्या मुझको हो जाता है
दो घड़ी के लिए, मेरी जानम, चैन कहीं खो जाता है
ओ, तुमसे मिलके मेरी भी हालत ये हो जाती है
रात-रात भर मैं जगती हूँ, नींद मुझे नहीं आती है

धीरे-धीरे मैं शर्माऊँ, अपने आप से मैं घबराऊँ
धीरे-धीरे मैं शर्माऊँ, अपने आप से मैं घबराऊँ

जब आते हो तुम नज़र के सामने
नज़र के सामने, नज़र के सामने

तुमको माँगा है मैंने, ओ, साजन रब से दुआओं में
अब कमी नहीं आ सकती है अपनी वफ़ाओं में
ओ, दिल था मेरा ये पत्थर का, तुमने इसे मोम बनाया है
मेरे सूने से जीवन में इक प्यार का फूल खिलाया है

सच कहता हूँ मैं, जान-ए-मन, बढ़ जाता है दीवानापन
सच कहता हूँ मैं, जान-ए-मन, बढ़ जाता है दीवानापन

जब आती हो तुम नज़र के सामने
नज़र के सामने, नज़र के सामने

दिल धड़के, कुछ कह नहीं पाऊँ
कहते-कहते चुप हो जाऊँ
दिल धड़के, कुछ कह नहीं पाऊँ
कहते-कहते चुप हो जाऊँ

जब आते हो तुम नज़र के सामने
नज़र के सामने, नज़र के सामने



Credits
Writer(s): Kishore Sharma, Anwar Sagar, Mahesh Sharma
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