Mann Mandir Mein (M)

मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ
मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ

सुमिरन करू मैं जागते सोते
हो,सुमिरन करू मैं जागते सोते
हर सांस में भोलेनाथ, हर सांस में भोलेनाथ

मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ
(मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ)

सुमिरन करू मैं जागते सोते
हो,सुमिरन करू मैं जागते सोते
हर सांस में भोलेनाथ, हर सांस में भोलेनाथ
(मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ)

मेरे गुण, अवगुण सब शिव के चरणों में हैं अर्पित
ये तन-मन, ये जीवन-धन भोले को किया समर्पित

मेरे गुण, अवगुण सब शिव के चरणों में हैं अर्पित
ये तन-मन, ये जीवन-धन भोले को किया समर्पित

मैं शिव का और शिव हैं मेरे
हो, मैं शिव का और शिव हैं मेरे
बस जानू मैं ये बात, बस जानू मैं ये बात

मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ
(मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ)

मात-पिता, गुरु, बन्धु-सखा सब शिव को मैने माना
शिव के शिवा किसी और को ना मैने अपना है जाना
मात-पिता, गुरु, बन्धु-सखा सब शिव को मैने माना
शिव के शिवा किसी और को ना मैने अपना है जाना

लगन लगी ऐसी भोले से...
हो,लगन लगी ऐसी भोले से
जहाँ देखू हैं भोलेनाथ, हर सांस में भोलेनाथ

मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ
(मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ)

सुमिरन करू मैं जागते सोते
हो,सुमिरन करू मैं जागते सोते
हर सांस में भोलेनाथ, हर सांस में भोलेनाथ

मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ
(मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ)

सुमिरन करू मैं जागते सोते
हो,सुमिरन करू मैं जागते सोते
हर सांस में भोलेनाथ, हर सांस में भोलेनाथ

मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ
(मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ)
(मन मंदिर में सांझ सवेरे रहते हैं भोलेनाथ)



Credits
Writer(s): Vimal Kashyap, Nikhil Kamath
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