Main Dhoondne Ko

मैं ढूंढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
मैं ढूंढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
पता चला के ग़लत लेके मैं पता निकला
पता चला के ग़लत लेके मैं पता निकला
मैं ढूंढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
मैं ढूंढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला

जिसके आने से मुक़म्मल हो गयी थी ज़िन्दगी
दस्तक ख़ुशियों ने दी थी मिट गयी थी हर कमी
क्यूं बेवजह दी ये सज़ा
क्यूं ख्वाब दे के वो ले गया
जियें जो हम लगे सितम
अज़ाब ऐसे वो दे गया

मैं ढूंढ़ने को उसके दिल में जो ख़ुदा निकला
मैं ढूंढ़ने को उसके दिल में जो ख़ुदा निकला

पता चला के ग़लत लेके मैं पता निकला
पता चला के ग़लत लेके मैं पता निकला
मैं ढूंढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
मैं ढूंढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला

ढूंढ़ता था एक पल में दिल जिसे ये सौ दफ़ा
है सुबह नाराज़ उस बिन रूठी शामें दिन खफा
वो आयें ना ले जाएं ना
हां उसकी यादें जो यहां
ना रास्ता, ना कुछ पता
मैं उसको ढूंढूंगा अब कहां

मैं ढूंढ़ने जो कभी जीने की वज़ह निकला
मैं ढूंढ़ने जो कभी जीने की वज़ह निकला

पता चला के ग़लत लेके मैं पता निकला
पता चला के ग़लत लेके मैं पता निकला
मैं ढूंढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
मैं ढूंढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला



Credits
Writer(s): Inconnu Compositeur Auteur, Sundeep Oad
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