Ae Phoolon Ki Rani

ऐ, फूलों की रानी, बहारों की मलिका
तेरा मुस्कुराना ग़ज़ब हो गया

ऐ, फूलों की रानी, बहारों की मलिका
तेरा मुस्कुराना ग़ज़ब हो गया
ना दिल होश में है, ना हम होश में हैं
नज़र का मिलाना ग़ज़ब हो गया

तेरे होंठ क्या हैं, गुलाबी कँवल हैं
ये दो पत्तियाँ प्यार की एक ग़ज़ल है

वो नाज़ुक लबों से मोहब्बत की बातें
हम ही को सुनाना ग़ज़ब हो गया
ऐ, फूलों की रानी, बहारों की मलिका
तेरा मुस्कुराना ग़ज़ब हो गया

कभी खुल के मिलना, कभी ख़ुद झिझकना
कभी रास्तों पर बहकना-मचलना

ये पलकों की चिलमन उठाकर गिराना
गिराकर उठाना ग़ज़ब हो गया
ऐ, फूलों की रानी, बहारों की मलिका
तेरा मुस्कुराना ग़ज़ब हो गया

फ़िज़ाओं में ठंडक, घटा पर जवानी
तेरे गेसुओं की बड़ी मेहरबानी

हर एक पेंच में सैकड़ों मयकदे हैं
तेरा लड़खड़ाना ग़ज़ब हो गया

ऐ, फूलों की रानी, बहारों की मलिका
तेरा मुस्कुराना ग़ज़ब हो गया
ना दिल होश में है, ना हम होश में हैं
नज़र का मिलाना ग़ज़ब हो गया



Credits
Writer(s): Shankar-jaikishan, Hasrat Jaipuri
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