Baat Din Ki Nahin

बात दिन की नहीं, अब रात से डर लगता है
बात दिन की नहीं, अब रात से डर लगता है
घर है कच्चा मेरा, बरसात से डर लगता है
बात दिन की नहीं, अब रात से डर लगता है

तेरे तोहफ़े ने तो बस ख़ून के आँसू ही दिए
तेरे तोहफ़े ने तो बस ख़ून के आँसू ही दिए

ज़िंदगी, अब तेरी सौग़ात से डर लगता है
बात दिन की नहीं, अब रात से डर लगता है

प्यार को छोड़ के तुम और कोई बात करो
प्यार को छोड़ के तुम और कोई बात करो

अब मुझे प्यार की हर बात से डर लगता है
बात दिन की नहीं, अब रात से डर लगता है

मेरी ख़ातिर कहीं बदनाम ना वो हो जाए
मेरी ख़ातिर कहीं बदनाम ना वो हो जाए

इसलिए उसकी मुलाक़ात से डर लगता है
बात दिन की नहीं, अब रात से डर लगता है
घर है कच्चा मेरा, बरसात से डर लगता है
बात दिन की नहीं, अब रात से डर लगता है
बात दिन की नहीं, अब रात से डर लगता है



Credits
Writer(s): Bhupinder Singh, Israr Ansari
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