Main To Yahin Hoon Lekin

मैं तो यहीं हूँ लेकिन
हर कोई मुझको ढूँढे
परवाह नही है मुझको
दिल चाहे जां भी छूटे

ख़ुदको मनाता रहता
चाहे ये दुनिया रूठे
नींदों में घुस के
करुँ सपने बरबाद

जिस्म और जां में अब मैं
ऐसे उतर जाऊँगा
आइना देखिये तो मैं ही नज़र आऊँगा

मैं तो यहीं हूँ लेकिन
हर कोई मुझको ढूँढे
नींदों में घुस के
करुँ सपने बरबाद

ख़ुद ही उड़ा कर अब पंखों को काटूँ
काले फ़साने लिखूँ काजल चुरा के
ख़्वाईशो की ख़ातिर मैंने जाल ये बिछाया है
काले अँधेरो में अब मेरा ही साया है

पँखो को काटूँ पहले
फ़िर मैं करूँ आज़ाद
नींदों में घुस के
करुँ सपने बरबाद



Credits
Writer(s): Vipin Patwa, Dr Sagar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link