Magar Kuch to Hai (From "Prem Kaa Game")

दोनों की आँखों में जगमगाती है जो, वो शरारत नहीं है
वो शरारत नहीं है, मगर कुछ तो है
मगर कुछ तो है, मगर कुछ तो है

दोनों के चेहरों पे रंग लाती है जो, माना उल्फ़त नहीं है
माना उल्फ़त नहीं है, मगर कुछ तो है
मगर कुछ तो है, मगर कुछ तो है

कौन सी बात है जो निगाहों में है?
क्या है जो ख़ामोशी की पनाहों में है?
दोनों ही चाहते है कि मिलते रहे
क्या ये पहला क़दम दिल की राहों में हैं?

दोनों को हर घड़ी पास लाती है जो, माना चाहत नहीं है
माना चाहत नहीं है, मगर कुछ तो है
मगर कुछ तो है, मगर कुछ तो है

धड़कने तेज़ हैं, साँस भी गर्म है
जो हवा है चली, कितनी वो नर्म है
दोनों में पास आके भी है फ़ासलें
इनको इनकार है या कोई शर्म है?

दोनों के होंठों पे मचले जाते है जो, वो इजाज़त नहीं है
हाँ, वो इजाज़त नहीं है, मगर कुछ तो है
मगर कुछ तो है, मगर कुछ तो है

दोनों की आँखों में जगमगाती है जो, वो शरारत नहीं है
वो शरारत नहीं है, मगर कुछ तो है
मगर कुछ तो है, मगर कुछ तो है



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Raju Singh
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