Khuda Ka Shukra Hai - Live In India/1984

ख़ुदा का शुक्र है वरना गुज़रती कैसे शाम
ख़ुदा का शुक्र है... (वाह)

ख़ुदा का शुक्र है वरना गुज़रती कैसे शाम
ख़ुदा का शुक्र है वरना गुज़रती कैसे शाम
शराब जिसने बनाई उसे हमारा सलाम
...उसे हमारा सलाम
सलाम, उसे हमारा सलाम

शेर अर्ज़ है

शराब मिलती है ज़ाहिद नसीब वालों को
शराब मिलती है ज़ाहिद नसीब वालों को
शराब मिलती है ज़ाहिद नसीब वालों को
तेरे नसीब को आती है नींद वक़्त-ए-शाम
तेरे नसीब को आती है नींद वक़्त-ए-शाम

शराब जिसने बनाई उसे हमारा सलाम
...उसे हमारा सलाम

घटा उठी तो मेरा हाथ भी उठा, साक़ी
घटा उठी तो मेरा हाथ भी उठा, साक़ी
घटा उठी तो मेरा हाथ भी उठा, साक़ी
ख़ुदा के वास्ते अब दो उठा के देख जाम
ख़ुदा के वास्ते अब दो उठा के देख जाम

शराब जिसने बनाई उसे हमारा सलाम

शुक्रिया



Credits
Writer(s): Pankaj Udhas, Sheikh Adam Aboowala
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