Kar Adhabhut Sankalp

कर अद्भुत संकल्प ये मन में
माँ गौरी जुट गयी जतन में
कर अद्भुत संकल्प ये मन में
माँ गौरी जुट गयी जतन में
ओम
ओम
ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय
पार्वती ने अपने तन से
ममता भरे सुकोमल मल से
कण कण अपना अंश जुटाया
कर कमलों में उसे उठाया
दिव्या कला से रचा मात ने पुतला एक सलोना
जिसकी आभा से रोशन था विश्व का कोना कोना
चमत्कार से ममतामयी ने फूंकी उस में जान
मंद मंद मुस्काते आये श्री गणेश भगवन .



Credits
Writer(s): Shameer Tandon, Rajendra Mehra
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