Din Guzar Gaya

दिन गुज़र गया एतबार में
दिन गुज़र गया एतबार में
रात कट गई इंतज़ार में

वो मज़ा कहाँ वस्ल-ए-यार में
वो मज़ा कहाँ वस्ल-ए-यार में
लुत्फ़ जो मिला इंतज़ार में

उनकी इक नज़र काम कर गई
उनकी इक नज़र काम कर गई
होश अब कहाँ होशियार में
होश अब कहाँ होशियार में

मेरे क़ब्ज़े में क़ाएनात है
मेरे क़ब्ज़े में क़ाएनात है
मैं हूँ आपके इख़्तियार में

आँख तो उठी फूल की तरफ़
आँख तो उठी फूल की तरफ़
दिल उलझ गया हुस्न-ए-ख़ार में
दिल उलझ गया हुस्न-ए-ख़ार में

तुझ से क्या कहें, कितने ग़म सहे
तुझ से क्या कहें, कितने ग़म सहे
हम ने बेवफ़ा तेरे प्यार में

फ़िक्र-ए-आशियाँ हर ख़िज़ाँ में की
फ़िक्र-ए-आशियाँ हर ख़िज़ाँ में की
आशियाँ जला हर बहार में
आशियाँ जला हर बहार में

किस तरह ये ग़म भूल जाएँ हम?
किस तरह ये ग़म भूल जाएँ हम?
वो जुदा हुआ इस बहार में

दिन गुज़र गया एतबार में
रात कट गई इंतज़ार में
वो मज़ा कहाँ वस्ल-ए-यार में
लुत्फ़ जो मिला इंतज़ार में



Credits
Writer(s): Jagjit Singh, Fana Nizami, Fayyaz Ahmed Fayyaz
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link