Khamoshi Khud Apni Sada Ho

कैसे-कैसे हादसे सहते रहें?
कैसे-कैसे हादसे सहते रहें?
फिर भी हम जीते रहें, हँसते रहें
कैसे-कैसे हादसे सहते रहें?

उसके आ जाने की उम्मीदें लिए
उसके आ जाने की उम्मीदें लिए
उसके आ जाने की उम्मीदें लिए

रास्ता मुड़-मुड़ के हम तकते रहें
रास्ता मुड़-मुड़ के हम तकते रहें
कैसे-कैसे हादसे सहते रहें?

वक़्त तो गुज़रा, मगर कुछ इस तरह
वक़्त तो गुज़रा, मगर कुछ इस तरह
वक़्त तो गुज़रा, मगर कुछ इस तरह

हम चराग़ों की तरह जलते रहें
हम चराग़ों की तरह जलते रहें
कैसे-कैसे हादसे सहते रहें?

कितने चेहरे थे हमारे आस-पास
कितने चेहरे थे हमारे आस-पास
कितने चेहरे थे हमारे आस-पास

तुम ही तुम दिल में, मगर बसते रहें
तुम ही तुम दिल में, मगर बसते रहें
कैसे-कैसे हादसे सहते रहें?

फिर भी हम जीते रहें, हँसते रहें
कैसे-कैसे हादसे सहते रहें?
कैसे-कैसे हादसे सहते रहें?



Credits
Writer(s): Jagjit Singh, Zaka Siddiqi
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