Yeh Raat Yeh Chandni

हां हाहा हा हा,,,,
ये रात ये चाँदनी फिर कहाँ
सुन जा दिल की दास्ताँ
ये रात ये चाँदनी फिर कहाँ

सुन जा दिल की दास्ताँ

हम्म हम्म्म . हम्म हम्म्म .

हे पेड़ों की शाखों पे
पेड़ों की शाखों पे सोई सोई चाँदनी
पेड़ों की शाखों पे
तेरे खयालों में खोई खोई चाँदनी
और थोड़ी देर में थक के लौट जाएगी
रात ये बहार की फिर कभी न आएगी

दो एक पल और है ये समा, .
सुन जा दिल की दास्ताँ

हम्म हम्म्म . हम्म हम्म्म .

हे लहरों के होंठों पे
लहरों के होंठों पे धीमा धीमा राग है
लहरों के होंठों पे
भीगी हवाओं में ठंडी ठंडी आग है
इस हसीन आग में तू भी जलके देखले

ज़िंदगी के गीत की धुन बदल के देखले
खुलने दे अब धड़कनों की ज़ुबाँ, .
सुन जा दिल की दास्ताँ

हे जाती बहारें हैं
जाती बहारें हैं उठती जवानियाँ
जाती बहारें हैं
तारों के छाओं में पहले कहानियाँ
एक बार चल दिये गर तुझे पुकार के
लौटकर न आएंगे क़ाफ़िले बहार के
एक बार चल दिये गर तुझे पुकार के
लौटकर न आएंगे क़ाफ़िले बहार के
आजा अभी ज़िंदगी है जवाँ,
सुन जा दिल की दास्ताँ
ये रात ये चाँदनी फिर कहाँ
सुन जा दिल की दास्ताँ
दास्ताँ... दास्ताँ



Credits
Writer(s): Sahir Ludhianvi, S.d. Burman
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