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आ, साथ आ, हम जाएँ वहाँ
ये ज़िंदगी जहाँ हो मेहरबाँ

आ, साथ आ, हम जाएँ वहाँ
ये ज़िंदगी जहाँ हो मेहरबाँ
नीले गगन के तले, ठंडी पवन जो चले
बस प्यार मन में पले, हो ये समाँ

आ, साथ आ, हम जाएँ वहाँ
ये ज़िंदगी जहाँ हो मेहरबाँ
नीले गगन के तले, ठंडी पवन जो चले
बस प्यार मन में पले, हो ये समाँ

जहाँ रेशम जैसी बातें हों
जहाँ सारी चाँदनी रातें हों
जहाँ रेशम जैसी बातें हों
जहाँ सारी चाँदनी रातें हों

वहीं जाए अपना ये कारवाँ
वहीं पूरी हो दिल की ये दास्ताँ

आ, साथ आ, हम जाएँ वहाँ
ये ज़िंदगी जहाँ हो मेहरबाँ
फूलों की हो वो ज़मीं, ख़ाबों से ज़्यादा हसीं
हल्का सा भी हो नहीं ग़म का निशाँ

हम इन सपनों की छाँव में
जाएँगे नवेली राहों में
हम इन सपनों की छाँव में
जाएँगे नवेली राहों में

जहाँ बरसे मुलायम सी रोशनी
बहती हो जहाँ कोई रागिनी

आ, साथ आ, हम जाएँ वहाँ
ये ज़िंदगी जहाँ हो मेहरबाँ
ख़ुशियाँ बसी हों जहाँ, कलियाँ खिली हों जहाँ
महकी हुई हों जहाँ सब वादियाँ

आ, साथ आ, हम जाएँ वहाँ
ये ज़िंदगी जहाँ हो मेहरबाँ
नीले गगन के तले, ठंडी पवन जो चले
बस प्यार मन में पले, हो ये समाँ

हो ये समाँ, हो ये समाँ
हो ये समाँ, ये हो समाँ
हो ये समाँ, हो ये समाँ
ये हो समाँ, हो ये समाँ
ये हो समाँ, हो ये समाँ



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Raju Singh
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