Preet Lagi

प्रीत लगी तुम नाम की
तुम नाम की पल बिसरे नाहीं
प्रीत लगी तुम नाम की
तुम नाम की पल बिसरे नाहीं

नज़र करो अब मेहर की
ओ, नज़र करो अब मेहर की
मोहे मिलो गोसाईं

प्रीत लगी तुम नाम की

बिरह सतावे हाय अब
जिया तड़पे मोरा
बिरह सतावे हाय अब
जिया तड़पे मोरा

तुम देखन को चाव है
प्रभु मिलो सवेरा
तुम देखन को चाव है
प्रभु मिलो सवेरा

प्रीत लगी तुम नाम की
तुम नाम की पल बिसरे नाहीं
प्रीत लगी तुम नाम की

नैना तरसे दरस को
पल-पल कन लागे
नैना तरसे दरस को
पल-पल कन लागे

दर्द बंद दीदार को
निसि-बासर जागे
बासर जागे

हो, प्रीत लगी तुम नाम की
तुम नाम की पल बिसरे नाहीं
प्रीत लगी तुम नाम की

जो अबके प्रीतम मिले
करूँ निमिषन न्यारा
जो अबके प्रीतम मिले
करूँ निमिषन न्यारा

अब कबीर गुरू पाइयाँ
मिला प्रान प्यारा
अब कबीर गुरू पाइयाँ
मिला प्रान प्यारा

प्रीत लगी तुम नाम की
तुम नाम की पल बिसरे नाहीं

नज़र करो अब मेहर की
ओ, नज़र करो अब मेहर की
मोहे मिलो गोसाईं

प्रीत लगी तुम नाम की
तुम नाम की



Credits
Writer(s): Sant Kabir, Raghunath Seth
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