Baazi Kisine Pyar Ki

एक प्यासा तुझे मयख़ाना दिए जाता है
जाते-जाते भी ये नज़राना दिए जाता है

बाज़ी किसी ने प्यार की जीती या हार दी
बाज़ी किसी ने प्यार की जीती या हार दी
जैसे गुज़र सकी ये शब-ए-ग़म गुज़ार दी
बाज़ी किसी ने प्यार की जीती या हार दी

साहिल करेगा याद उसी ना-मुराद को
साहिल करेगा याद उसी ना-मुराद को, हाय

कश्ती ख़ुशी से जिसने भँवर में उतार दी
जैसे गुज़र सकी ये शब-ए-ग़म गुज़ार दी
बाज़ी किसी ने प्यार की जीती या हार दी

जब चल पड़े सफ़र को तो क्या मुड़ के देखना?
जब चल पड़े सफ़र को तो क्या मुड़ के देखना? हाय

दुनिया का क्या है, उसने सदा बार-बार दी
जैसे गुज़र सकी ये शब-ए-ग़म गुज़ार दी
बाज़ी किसी ने प्यार की जीती या हार दी
बाज़ी किसी ने प्यार की जीती या हार दी



Credits
Writer(s): Ravi, Rajinder Krishan
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