Mele Hain Chiraghon Ki

मेले हैं चिराग़ों के, रंगीन दिवाली है
महका हुआ गुलशन है, हँसता हुआ माली है
मेले हैं चिराग़ों के, रंगीन दिवाली है
महका हुआ गुलशन है, हँसता हुआ माली है

इस रात कोई देखे धरती के नज़ारों को
शरमाते हैं ये दीपक आकाश के तारों को
इस रात कोई देखे धरती के नज़ारों को
शरमाते हैं ये दीपक आकाश के तारों को

इस रात का क्या कहना...
इस रात का क्या कहना, ये रात निराली है
महका हुआ गुलशन है, हँसता हुआ माली है
मेले हैं चिराग़ों के, रंगीन दिवाली है
महका हुआ गुलशन है, हँसता हुआ माली है

खा जाए नज़र धोखा, जुगनूँ हैं या फुलझड़ियाँ
खा जाए नज़र धोखा, जुगनूँ हैं या फुलझड़ियाँ
बारात है तारों की या रंग-भरी लड़ियाँ
बारात है तारों की या रंग-भरी लड़ियाँ

होंठों पे तराने हैं...
होंठों पे तराने हैं, बजती हुई ताली है
महका हुआ गुलशन है, हँसता हुआ माली है
मेले हैं चिराग़ों के, रंगीन दिवाली है
महका हुआ गुलशन है, हँसता हुआ माली है



Credits
Writer(s): Rajinder Krishan, Ravi Shankar
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