Door Kahin Tu Chal

दूर कहीं तू चल, दिल रहा है मचल
प्यार की राहों में, प्रीत की छाँवों में
देख हुई हलचल
दूर कहीं तू चल, दिल रहा है मचल
प्यार की राहों में, प्रीत की छाँवों में
देख हुई हलचल

ये गुलाबी आसमाँ, शाम का उड़ता धुआँ
ले चलो मुझको वहाँ
रंग बिखरा है जहाँ, भीगा-भीगा है समाँ
ले चलो तुझको वहाँ
ये नज़ारे, ये इशारे, उड़ रहा आँचल
दूर कहीं तू चल, दिल रहा है मचल
प्यार की राहों में, प्रीत की छाँवों में
देख हुई हलचल

है ये मौसम प्यार का, प्यार के इक़रार का
सपनों के सिंगार का
दो दिलों के तार का
तार की झनकार का, गीत है ये बहार का
तू रसीली, रुत नशीली और हवा चंचल
दूर कहीं तू चल, दिल रहा है मचल
प्यार की राहों में, प्रीत की छाँवों में
देख हुई हलचल
दूर कहीं तू चल, दिल रहा है मचल
प्यार की राहों में, प्रीत की छाँवों में
देख हुई हलचल



Credits
Writer(s): Bharat Vyas, Kalyanji Virji Shah
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