Dua Kar GhamEDil

दुआ कर ग़म-ए-दिल, ख़ुदा से दुआ कर

वफ़ाओं का मजबूर दामन बिछा कर
दुआ कर ग़म-ए-दिल, ख़ुदा से दुआ कर
जो बिजली चमकती है उनके महल पर
वो कर ले तसल्ली, मेरा घर जला कर
दुआ कर ग़म-ए-दिल, ख़ुदा से दुआ कर

सलामत रहे तू, मेरी जान जाए
सलामत रहे तू, मेरी जान जाए
मुझे इस बहाने से ही मौत आए

करूँगी मैं क्या चंद साँसें बचा कर?
दुआ कर ग़म-ए-दिल, ख़ुदा से दुआ कर
दुआ कर ग़म-ए-दिल, ख़ुदा से दुआ कर

मैं क्या दूँ तुझे? मेरा सब लुट चुका हैं
दुआ के सिवा, मेरे पास और क्या है?
मैं क्या दूँ तुझे? मेरा सब लुट चुका हैं
दुआ के सिवा, मेरे पास और क्या है?

ग़रीबों का एक आसरा-ए-ख़ुदा है
ग़रीबों का एक आसरा-ए-ख़ुदा है
मगर मेरी तुझ से यही इल्तिजा है

ना दिल तोड़ना दिल की दुनिया बसा कर
दुआ कर ग़म-ए-दिल, ख़ुदा से दुआ कर
दुआ कर ग़म-ए-दिल, ख़ुदा से दुआ कर

वफ़ाओं का मजबूर दामन बिछा कर
दुआ कर ग़म-ए-दिल, ख़ुदा से दुआ कर
दुआ कर ग़म-ए-दिल, ख़ुदा से दुआ कर



Credits
Writer(s): Shailendra, Chitalkar Ramchandra
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link