Jhumjhum Monmohan Re

श्याम रे, श्याम रे
इक पल दरस दिखा जा

झूम-झूम मनमोहन रे मुरली मधुर सुना जा
(झूम-झूम मनमोहन रे मुरली मधुर सुना जा)
झूम-झूम मनमोहन रे मुरली मधुर सुना जा
(झूम-झूम मनमोहन रे मुरली मधुर सुना जा)

तेरे दरस के प्यासे नैना, इक पल दरस दिखा जा

(झूम-झूम मनमोहन रे मुरली मधुर सुना जा)

गोकुल सूना, मथुरा सूनी, सूने बृज के झूले
(सूने बृज के झूले)
भूल गया तू हमको मोहन, हम ना तुझको भूले
(हम ना तुझको भूले)

फिर पनघट पे, जमुना के तट पे आके रास रचा जा रे, घनश्याम
(राधे श्याम, घनश्याम, राधे श्याम, घनश्याम)
फिर पनघट पे जमुना के तट पे आके रास रचा जा

(झूम-झूम मनमोहन रे मुरली मधुर सुना जा)

हम जैसे तो लाखों जग में, तुझसा कौन है दाता?
(तुझसा कौन है दाता?)
तोड़ के सारे नाते, हमने जोड़ा तुझ संग नाता
(जोड़ा तुझ संग नाता)

भँवर में नैया पड़ी, खिवैया, अब तो पार लगा जा रे, घनश्याम
(राधे श्याम, घनश्याम, राधे श्याम, घनश्याम)
भँवर में नैया पड़ी, खिवैया, अब तो पार लगा जा

(झूम-झूम मनमोहन रे मुरली मधुर सुना जा)
(झूम-झूम मनमोहन रे मुरली मधुर सुना जा)

तेरे दरस के प्यासे नैना, इक पल दरस दिखा जा

(झूम-झूम मनमोहन रे मुरली मधुर सुना जा)
(झूम-झूम मनमोहन रे मुरली मधुर सुना जा)
(झूम-झूम मनमोहन रे...)



Credits
Writer(s): Prem Dhawan, Salil Choudhury
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