Jise Maine

जिसे मैंने माँगा, मुझे ना वो मिला
मुझको जिसने चाहा, मैं उसका ना हुआ
अजब सिलसिला है, ये दुनिया तो फिर भी
क्यूँ है प्यार करती हर लम्हा, हर घड़ी?

जिसे मैंने माँगा, मुझे ना वो मिला
मुझको जिसने चाहा, मैं उसका ना हुआ
अजब सिलसिला है, ये दुनिया तो फिर भी
क्यूँ है प्यार करती हर लम्हा, हर घड़ी?

ना ये पल है हमारा, कभी ना था ये हमारा
कहाँ पल रुका है, ये चलता ही रहा है
मगर ये प्यार फिर भी खत्म ना होगा कभी भी
नहीं वो मिला है, तो फिर कैसा गिला है

मगर दिल की धड़कन खामोश बनकर
उसे याद करती हर लम्हा, हर घड़ी

जिसे मैंने माँगा, मुझे ना वो मिला
मुझको जिसने चाहा, मैं उसका ना हुआ

कि जब-जब चाँदनी को मेरा दिल है तरसता
तभी बे-बाक बादल, क्यूँ आके है बरसता?
मगर आँखों का आँसू बिना बादल छलकता
सिसकता, मचलता, ना किसी की है सुनता

ज़माने से छिप कर, क्यूँ पलकें हमेशा
तेरा ख़ाब रखती हर लम्हा, हर घड़ी

जिसे मैंने माँगा, मुझे ना वो मिला
मुझको जिसने चाहा, मैं उसका ना हुआ



Credits
Writer(s): Nusrat Badr, Saptarshi 'abhijeet'
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