Kabhi Palkon Pe Ansoo

कभी पलकों पे आँसू हैं
कभी लब पे शिक़ायत है
मगर, ऐ ज़िंदगी, फिर भी
मुझे तुझसे मोहब्बत है

कभी पलकों पे आँसू हैं
कभी लब पे शिक़ायत है
मगर, ऐ ज़िंदगी, फिर भी
मुझे तुझसे मोहब्बत है
कभी पलकों पे आँसू हैं...

जो आता है, वो जाता है
ये दुनिया आनी-जानी है
यहाँ हर शय मुसाफ़िर है
सफ़र में ज़िंदगानी है

उजालों की ज़रूरत है
अँधेरा मेरी क़िस्मत है

कभी पलकों पे आँसू हैं
कभी लब पे शिक़ायत है
मगर, ऐ ज़िंदगी, फिर भी
मुझे तुझसे मोहब्बत है

ज़रा, ऐ ज़िंदगी, दम ले
तेरा दीदार तो कर लूँ
कभी देखा नहीं जिसको
उसे मैं प्यार तो कर लूँ

अभी से छोड़ के मत जा
अभी तेरी ज़रूरत है

कभी पलकों पे आँसू हैं
कभी लब पे शिक़ायत है
मगर, ऐ ज़िंदगी, फिर भी
मुझे तुझसे मोहब्बत है

कोई अनजान सा चेहरा
उभरता है फ़िज़ाओं में
ये किस की आहटें जागी
मेरी ख़ामोश राहों में?

अभी, ऐ मौत, मत आना
मेरा वीराना जन्नत है

कभी पलकों पे आँसू हैं
कभी लब पे शिक़ायत है
मगर, ऐ ज़िंदगी, फिर भी
मुझे तुझसे मोहब्बत है



Credits
Writer(s): Nida Fazli, Rahul Dev Burman
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