Jawan Ho Ya Budhiya

जवान हो या बुढ़िया या नन्हीं सी गुड़िया
कुछ भी हो, औरत ज़हर की है पुड़िया
जवान हो या बुढ़िया या नन्हीं सी गुड़िया
कुछ भी हो, औरत ज़हर की है पुड़िया

मारे pistol से, ना काटे तलवार से
मर्द को ग़ुलाम ये बनाए बड़े प्यार से
अरे, मारे pistol से, ना काटे तलवार से
मर्द को ग़ुलाम ये बनाए बड़े प्यार से

कभी इक़रार से, कभी इंकार से
कभी इक़रार से, कभी इंकार से
कजरे की घार से या बालों के सिंगार से
इसीलिए कहता हूँ, डरो-डरो नार से, डरो-डरो नार से

जवान हो या बुढ़िया या नन्हीं सी गुड़िया
कुछ भी हो, औरत ज़हर की है पुड़िया

हो नहीं सकता ये काम भगवान का
नुस्ख़ा ज़ुरूर ये तो होगा शैतान का
हो नहीं सकता ये काम भगवान का
नुस्ख़ा ज़ुरूर ये तो होगा शैतान का

चार बूँदें नखड़ा, आठ बूँदें झगड़ा
चार बूँदें नखड़ा, आठ बूँदें झगड़ा
झूठ १२ बूँदें तो १६ बूँदें लफ़ड़ा
वाह-वाह! वाह-वाह! कैसे बनाया तूने रगड़ा, बनाया तूने रगड़ा

जवान हो या बुढ़िया या नन्हीं सी गुड़िया
कुछ भी हो, औरत ज़हर की है पुड़िया

चलने में तेज़, जैसे सूई घड़ियाल की
लाए ये निकाल के ख़बर पाताल की
चलने में तेज़, जैसे सूई घड़ियाल की
लाए ये निकाल के ख़बर पाताल की

मीठी है ज़बान की, झूठी है जहान की
दिल की है खोटी तो कच्ची भी है कान की
काली हो या गोरी, है बैरी इंसान की, बैरी इंसान की

जवान हो या बुढ़िया या नन्हीं सी गुड़िया
कुछ भी हो, औरत ज़हर की है पुड़िया
जवान हो या बुढ़िया या नन्हीं सी गुड़िया
कुछ भी हो, औरत ज़हर की है पुड़िया



Credits
Writer(s): Rajinder Krishan, Chitragupta
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link