Gori Tere Sapnon Ke Sajna Aaye

गोरी, तेरे सपनों के सजना
आए तेरे अंगना, कर ले १६ सिंगार
हो, हो जा जाने दो अब तैयार
हो, लेके डोली खड़े है बाहर

गोरी, तेरे सपनों के सजना
आए तेरे अंगना, कर ले १६ सिंगार
हो, हो जा जाने दो अब तैयार
हो, लेके डोली खड़े है बाहर

कल से बालम के रंग, रंग जाएगी तू
उनके मन के महल को सजाएगी तू
को सजाएगी तू

बीते जो दिन भूल जाना सखी
हो, बीते जो दिन भूल जाना सखी
भूल जाना वो बचपन का प्यार
लेके डोली खड़े है बाहर

गोरी, तेरे सपनों के सजना
आए तेरे अंगना, कर ले १६ सिंगार
हो, हो जा जाने दो अब तैयार
हो, लेके डोली खड़े है बाहर

गोरी, काहे को अब तेरे नैना भरे?
एक दिन तो सभी को बिछड़ना पड़े
को बिछड़ना पड़े

नईहर में रहना है दिन चार का
हो, नईहर में रहना है दिन चार का
सबको जाना है साजन के द्वार
लेके डोली खड़े है बाहर

गोरी, तेरे सपनों के सजना
आए तेरे अंगना, कर ले १६ सिंगार
हो, हो जा जाने दो अब तैयार
हो, लेके डोली खड़े है बाहर



Credits
Writer(s): Shailendra, Jaikshan Shankar
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