Sanam Tu Bewafa Ke Naam Se

अगर दिलबर की रुसवाई हमें मंज़ूर हो जाए
सनम, तू बेवफ़ा के नाम से मशहूर हो जाए
सनम, तू बेवफ़ा के नाम से मशहूर हो जाए

अगर दिलबर की रुसवाई हमें मंज़ूर हो जाए
सनम, तू बेवफ़ा के नाम से मशहूर हो जाए

हमें फ़ुरसत नहीं मिलती...
हमें फ़ुरसत नहीं मिलती कभी आँसू बहाने से
कई ग़म पास आ बैठे...
कई ग़म पास आ बैठे तेरे एक दूर जाने से
...तेरे एक दूर जाने से

अगर तू पास आ जाए तो हर ग़म दूर हो जाए
अगर तू पास आ जाए तो हर ग़म दूर हो जाए
सनम, तू बेवफ़ा के नाम से मशहूर हो जाए

वफ़ा का वास्ता देकर...
वफ़ा का वास्ता देकर मोहब्बत आज रोती है
ना ऐसे खेले इस दिल से...
ना ऐसे खेले इस दिल से, ये नाज़ुक चीज़ होती है
...ये नाज़ुक चीज़ होती है

ज़रा सी ठेस लग जाए तो शीशा चूर हो जाए
ज़रा सी ठेस लग जाए तो शीशा चूर हो जाए
सनम, तू बेवफ़ा के नाम से मशहूर हो जाए

तेरे रंगीन होंठों को...
तेरे रंगीन होंठों को कँवल कहने से डरते हैं
तेरी इस बेरुख़ी पे हम...
तेरी इस बेरुख़ी पे हम ग़ज़ल कहने से डरते हैं
...ग़ज़ल कहने से डरते हैं

कहीं ऐसा ना हो तू और भी मग़रूर हो जाए
कहीं ऐसा ना हो तू और भी मग़रूर हो जाए
अगर दिलबर की रुसवाई हमें मंज़ूर हो जाए
सनम, तू बेवफ़ा के नाम से मशहूर हो जाए



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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