Sapnon Ki Suhani Duniya Ko

सपनों की सुहानी दुनिया को
आँखों में बसाना मुश्किल है

सपनों की सुहानी दुनिया को
आँखों में बसाना मुश्किल है
अपनों पे जताना मुश्किल है
गैरों से छुपाना मुश्किल है

मेरा बचपन बीत चुका है
मेरा बचपन बीत चुका है
दिल का लड़कपन बाक़ी है
दिल का लड़कपन बाक़ी है
हाए, बाक़ी है

मैं अपने आप को समझा लूँ
पर दिल को मनाना मुश्किल है
सपनों की सुहानी दुनिया को
आँखों में बसाना मुश्किल है

एहसान तेरा कैसे भूलूँ
एहसान तेरा कैसे भूलूँ
तेरे ग़म के सहारे ज़िंदा हूँ
तेरे ग़म के सहारे सहारे ज़िंदा हूँ
हाए, ज़िंदा हूँ

वरना इन जाती साँसों का
फिर लौट के आना मुश्किल है
सपनों की सुहानी दुनिया को
आँखों में बसाना मुश्किल है

राह किसी की हुई ना रोशन
राह किसी की हुई ना रोशन
मेरा जलना यूँ ही गया
मेरा जलना यूँ ही गया
हाए, यूँ ही गया

हम आग लगा बैठे हैं मगर
ये आग बुझाना मुश्किल है
सपनों की सुहानी दुनिया को
आँखों में बसाना मुश्किल है

अपनों पे जताना मुश्किल है
गैरों से छुपाना मुश्किल है



Credits
Writer(s): Panchal Kaikishan, R S Shankar Singh
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