O Rahi Re

जाग उठें है रास्ते
ओ, राही तेरे वास्ते

तेरी ज़िंदगी तुझसे हर घड़ी
और हर क़दम है ये पूछती
"राही, देख रहा है तू क्या? हर-हर दिशा है रास्ता
बोल तेरा है कौन सा रस्ता?"

राही रे, ओ, राही रे
किसी को नहीं है पता
राही रे, ओ, राही रे
कहाँ जा रहा है बता?

एक रास्ता काँटों का है, एक रस्ता फूल का
तुझपे है, कौन से तू रास्ते को चुने
एक रास्ता है सोच का, एक रस्ता भूल का
तुझपे है, तेरा दिल अब क्या कहें, क्या सुने

होगा तेरा ही ये फ़ैसला
है सोचना या भूलना
बोल तेरा है कौन सा रस्ता

राही रे, ओ, राही रे
किसी को नहीं है पता
ओ, राही रे, ओ, राही रे
कहाँ जा रहा है बता?

आसानियाँ मिल सकती हैं तुझको ज़माने से
पर ज़रा ये बता जीना है क्या यूँ तुझे?
आज़ादियाँ तू पाएगा, ख़ुद को ही पाने से
फिर बता कोई डर महसूस हो क्यूँ तुझे?

होगा तेरा ही ये फैसला
आसानियाँ, आज़ादियाँ
बोल तेरा है कौन सा रस्ता

राही रे, ओ, राही रे
किसी को नहीं है पता
राही रे, ओ, राही रे
कहाँ जा रहा है बता?

राही रे (ओ, राही रे)
किसी को नहीं है पता
राही रे (ओ, राही रे)
कहाँ जा रहा है बता?



Credits
Writer(s): Javed Akhtar
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