Ae Mere Dost Ae Mere Humdum

मुझे जब अपनी गुज़री
ज़िंदगानी याद आती है
तो बस एक मेहरबाँ की
मेहरबानी याद आती है

ऐ मेरे दोस्त, ऐ मेरे हमदम
मेरे मोहसिन, मेरे करम-फ़रमा
वो मेरा ग़म था या ख़ुशी मेरी
हर जगह तूने मेरा साथ दिया

ऐ मेरे दोस्त, ऐ मेरे हमदम
मेरे मोहसिन, मेरे करम-फ़रमा
वो मेरा ग़म था या ख़ुशी मेरी
हर जगह तूने मेरा साथ दिया
ऐ मेरे दोस्त, ऐ मेरे हमदम

कौन था, तू कहाँ से आया था
आज तक मैंने ये नहीं जाना
तू मेरी रूह था, मगर मैंने
तेरे जाने के बाद पहचाना

ऐ मेरे दोस्त, ऐ मेरे हमदम
मेरे मोहसिन, मेरे करम-फ़रमा
वो मेरा ग़म था या ख़ुशी मेरी
हर जगह तूने मेरा साथ दिया
ऐ मेरे दोस्त, ऐ मेरे हमदम

तू सुदामा भी है, कन्हैया भी (कन्हैया, कन्हैया)
तू सुदामा भी है, कन्हैया भी
तू भिकारी भी और दाता भी
तेरे १०० रंग हैं, मेरे प्यारे
तू ही प्यासा है, तू ही झरना भी

ऐ मेरे दोस्त, ऐ मेरे हमदम
मेरे मोहसिन, मेरे करम-फ़रमा
वो मेरा ग़म था या ख़ुशी मेरी
हर जगह तूने मेरा साथ दिया
ऐ मेरे दोस्त, ऐ मेरे हमदम

तू मेरी बेबसी के आलम में
जब कभी मुझको याद आता है
सोच कर मेहरबानियाँ तेरी
दिल मेरा बैठ-बैठ जाता है

आख़िरी अर्ज़ मेरी तुझसे है
हर ख़ता मेरी दरगुज़र करना
वो घड़ी आ रही है, जब मुझको
इस ज़माने से है सफ़र करना

ऐ मेरे दोस्त, ऐ मेरे हमदम
ऐ मेरे दोस्त, ऐ मेरे हमदम
ऐ मेरे दोस्त, ऐ मेरे हमदम



Credits
Writer(s): Rajinder Krishan, Ravi Shankar
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