Hum Pyar Mein Jalnewalon Ko

हम प्यार में जलनेवालों को
चैन कहाँ, हाय, आराम कहाँ
हम प्यार में जलनेवालों को...

प्रीत की अँधियारी मंज़िल में चारों ओर स्याही
प्रीत की अँधियारी मंज़िल में चारों ओर स्याही
आधी राह में ही लुट जाए इस मंज़िल का राही
इस मंज़िल का राही

काँटों पर चलनेवालों को
चैन कहाँ, हाय, आराम कहाँ
हम प्यार में जलनेवालों को...

बहलाए जब दिल ना बहले तो ऐसे बहलाएँ
बहलाए जब दिल ना बहले तो ऐसे बहलाएँ
ग़म ही तो है प्यार की दौलत, ये कह कर...



Credits
Writer(s): Rajinder Krishan, Madan Mohan
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