Mere Maan Ke Andh Tamas Mein, Pt. 2

जय जय माँ, जय जय माँ, जय जय माँ, जय जय माँ
मेरे मन के अंध तमस में, ज्योतिर्मय उतारो
(जय जय माँ, जय जय माँ, जय जय माँ, जय जय माँ)
मेरे मन के अंध तमस में, ज्योतिर्मय उतारो
(जय जय माँ, जय जय माँ, जय जय माँ, जय जय माँ)

कहाँ यहाँ देवों का नंदन
(कहाँ यहाँ देवों का नंदन)
मल्याचल का अभिनव चंदन
(मल्याचल का अभिनव चंदन)

कहाँ यहाँ देवों का नंदन
मल्याचल का अभिनव चंदन
मेरे उर के उजड़े वन में, करुणामयी विचरो

मेरे मन के अंध तमस में, ज्योतिर्मय उतारो
मेरे मन के अंध तमस में, ज्योतिर्मय उतारो
(जय जय माँ, जय जय माँ, जय जय माँ, जय जय माँ)

नही कही कुछ मुझमें सुंदर
(नही कही कुछ मुझमें सुंदर)
काजल सा कला ये अंतर
(काजल सा कला ये अंतर)

नही कही कुछ मुझमें सुंदर
काजल सा कला ये अंतर
प्राणों के गहरे गह्वर में, ममता मई विहरो

मेरे मन के अंध तमस में, ज्योतिर्मय उतारो
मेरे मन के अंध तमस में, ज्योतिर्मय उतारो



Credits
Writer(s): Jagjit Singh
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