Kabhi Bekasi Ne Mara (From "Alag Alag")

ये ग़ज़ल है, ना गीत है कोई
ये मेरे दर्द की कहानी है
मेरे सीने में सिर्फ़, हो-हो-हो
मेरे सीने में सिर्फ़ शोले हैं
मेरी आँखों में सिर्फ़ पानी है

कभी बेकसी ने मारा...
कभी बेकसी ने मारा, हो, कभी बेबसी ने मारा
कभी बेकसी ने मारा, हो, कभी बेबसी ने मारा

गिला मौत से नहीं है...
गिला मौत से नहीं है, मुझे ज़िंदगी ने मारा
कभी बेकसी ने मारा, हो, कभी बेबसी ने मारा

मुक़द्दर पे कुछ ज़ोर चलता नहीं
वो मौसम है ये, जो बदलता नहीं
मुक़द्दर पे कुछ ज़ोर चलता नहीं
वो मौसम है ये, जो बदलता नहीं

कहीं थी ये बदनसीबी
हो, कहीं थी मेरी ग़रीबी
हो, कहीं थी मेरी ग़रीबी

किस-किस का नाम लूँ मैं?
ओ, किस-किस का नाम लूँ मैं? मुझे हर किसी ने मारा

गिला मौत से नहीं है...
गिला मौत से नहीं है, मुझे ज़िंदगी ने मारा
कभी बेकसी ने मारा, ओ, कभी बेबसी ने मारा

बेमुरव्वत, बेवफ़ा दुनिया है ये
है यही दुनिया तो क्या? दुनिया है ये
बेमुरव्वत, बेवफ़ा दुनिया है ये
है यही दुनिया तो क्या? दुनिया है ये

ना कमी थी दोस्तों की
ना कमी थी दुश्मनों की
ओ, ना कमी थी दुश्मनों की

कहीं दुश्मनी ने लुटा...
कहीं दुश्मनी ने लुटा, कहीं दोस्ती ने मारा

गिला मौत से नहीं है...
गिला मौत से नहीं है, मुझे ज़िंदगी ने मारा
कभी बेकसी ने मारा, कभी बेबसी ने...



Credits
Writer(s): Anand Bakshi
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link