Tum Bin Jaoon Kahan

तुम बिन जाऊँ कहाँ?
तुम बिन जाऊँ कहाँ?
कि दुनिया में आ के
कुछ न फिर चाहा कभी
तुमको चाह के
तुम बिन जाऊँ कहाँ?
कि दुनिया में आ के
कुछ न फिर चाहा कभी
तुमको चाह के
तुम बिन

रह भी सकोगे तुम कैसे, हो के मुझसे जुदा?
फट जाएँगी दीवारें, सुन के मेरी सदा
आना होगा तुम्हें मेरे लिए, साथी मेरी
सूनी राह के
तुम बिन जाऊँ कहाँ?
कि दुनिया में आ के
कुछ न फिर चाहा कभी
तुमको चाह के
तुम बिन

कितनी अकेली सी पहले, थी यही दुनिया?
तुमने नज़र जो मिलायी, बस गयी दुनिया
दिल को मिली जो तुम्हारी लगन, दीए जल गए
मेरी आह से
तुम बिन जाऊँ कहाँ?
तुम बिन जाऊँ कहाँ?
कि दुनिया में आ के
कुछ न फिर चाहा कभी
तुमको चाह के
तुम बिन



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Rahul Dev Burman
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