Chalte Chalte

चलते-चलते, चलते-चलते
यूँ ही कोई मिल गया था, यूँ ही कोई मिल गया था
सर-ए-राह चलते-चलते, सर-ए-राह चलते-चलते
वहीं थम के रह गई है, वहीं थम के रह गई है
मेरी रात ढलते-ढलते, मेरी रात ढलते-ढलते

जो कहीं गई है मुझसे, जो कहीं गई है मुझसे
वो ज़माना कह रहा है, वो ज़माना कह रहा है
के फ़साना...
के फ़साना बन गई है, के फ़साना बन गई है
मेरी बात टलते-टलते, मेरी बात टलते-टलते

यूँ ही कोई मिल गया था, यूँ ही कोई मिल गया था
सर-ए-राह चलते-चलते, सर-ए-राह चलते-चलते

यूँ ही कोई मिल गया था
सर-ए-राह चलते-चलते, चलते-चलते
सर-ए-राह चलते-चलते, चलते-चलते
चलते-चलते, चलते-चलते
यूँ ही कोई मिल गया था, यूँ ही कोई मिल गया था

शब-ए-इंतज़ार आख़िर, शब-ए-इंतज़ार आख़िर
कभी होगी मुक़्तसर भी, कभी होगी मुक़्तसर भी
ये चिराग़...
ये चिराग़ बुझ रहे हैं, ये चिराग़ बुझ रहे हैं
मेरे साथ जलते-जलते, मेरे साथ जलते-जलते

ये चिराग़ बुझ रहे हैं
ये चिराग़ बुझ रहे हैं
ये चिराग़ बुझ रहे हैं, ये चिराग़ बुझ रहे हैं
ये चिराग़ बुझ रहे हैं, ये चिराग़ बुझ रहे हैं
मेरे साथ जलते-जलते, मेरे साथ जलते-जलते

यूँ ही कोई मिल गया था, यूँ ही कोई मिल गया था
सर-ए-राह चलते-चलते, सर-ए-राह चलते-चलते



Credits
Writer(s): Bappi Lahiri, Amit Khanna
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