Main Kahin Bhi Rahoon

मैं कहीं भी रहूँ, हर कदम, हर घड़ी
ओ, मैं कहीं भी रहूँ, हर कदम, हर घड़ी
मेरे दिल में बसी तेरी याद है
मेरी आँखों की दुनिया है सूनी पड़ी
ओ, मेरी आँखों की दुनिया है सूनी पड़ी
दिल की दुनिया मगर तुझसे आबाद है
मैं कहीं भी रहूँ, हर कदम, हर घड़ी

कैसे भूले बिड़ने का वो पल मुझे
अब भी कर देता है जैसे पागल मुझे
मुझसे आँसू छुपा के वो जाना तेरा
देखने फिर वो खिड़की पे आना तेरा

मुझे तेरा वो हँसना और खिलखिलाना याद आता है
पलट के देखना और मुस्कुराना याद आता है, याद आता है

मैं कहीं भी रहूँ, हर कदम, हर घड़ी
मेरे दिल में बसी तेरी याद है
मैं कहीं भी रहूँ, हर कदम, हर घड़ी

(ਰੱਬਾ ਵੇ, ਰੱਬਾ-ਰੱਬਾ ਵੇ, ਰੱਬਾ-ਰੱਬਾ)
(ਰੱਬਾ ਵੇ, ਰੱਬਾ-ਰੱਬਾ ਵੇ, ਰੱਬਾ-ਰੱਬਾ)
ਰੱਬ ਰਾਖਾ, ਸੋਹਣਿਆਂ ਵੇ
ਕਾਰਾਂ-ਫ਼ਨਕਾਰਾਂ, ਸੋਹਣਿਆਂ ਵੇ
(ਰੱਬਾ ਵੇ, ਰੱਬਾ-ਰੱਬਾ ਵੇ, ਰੱਬਾ-ਰੱਬਾ)
(ਰੱਬਾ ਵੇ, ਰੱਬਾ-ਰੱਬਾ)

लहलहाते हुए खेतों का वो समा
राह तकना मेरा, तेरा आना वहाँ
तेरा शर्माना वो पास आते हुए
दूर चरवाहे बंशी बजाते हुए
हो, दूर चरवाहे बंशी बजाते हुए

याद है मुझको वो तेरी बेताबियाँ
कोई आए तो हो तुझको मेरा गुमाँ

मैं कहीं भी रहूँ, हर कदम, हर घड़ी
मेरे दिल में बसी तेरी याद है
मैं कहीं भी रहूँ, हर कदम, हर घड़ी

इस अँगूठी में झिलमिलाती है
इस अँगूठी में झिलमिलाती है
तेरी यादों की एक किरण ऐसे

बैठे फूलों की सजीली डोली में
बैठे फूलों की सजीली डोली में
मुस्कुराए कोई दुल्हन जैसे

जहाँ बस राज है तेरा
जहाँ बस राज है तेरा
वो आँगन याद आता है

वहाँ घुटनों जो चलता है
वो बचपन याद आता है

मैं कहीं भी रहूँ, हर कदम, हर घड़ी
मेरे दिल में बसी तेरी याद है
मैं कहीं भी रहूँ, हर कदम, हर घड़ी

तेरा हर बात पर इंकार, याद आता है मुझको
ना करना कोई भी इकरार, याद आता है मुझको
बिगड़ना वो तेरा, हर बार याद आता है मुझको
तेरे गुस्से में था जो काँच, याद आता है मुझको
याद आता है मुझको, याद आता है मुझको

तेरा वो दौड़ के आना
तेरा वो दौड़ के आना
वो मिलना, याद आता है
तेरे ख़ामोश होंठों का वो हिलना याद आता है

मैं कहीं भी रहूँ, हर कदम, हर घड़ी
मेरे दिल में बसी तेरी याद है
मेरी आँखों की दुनिया है सूनी पड़ी
मेरी आँखों की दुनिया है सूनी पड़ी
दिल की दुनिया मगर तुझसे आबाद है
मैं कहीं भी रहूँ, हर कदम, हर घड़ी



Credits
Writer(s): Anu Malik, Javed Akhtar
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