Hulchul Macha Di

हचचल, मचा दी तूने हलचल है
चंचल, खिला-खिला हर पल है

हचचल, मचा दी तूने हलचल है
चंचल, खिला-खिला हर पल है
नैना मध तेरे नैना, लूटे हैं रे चैना

हचचल, मचा दी तूने हलचल है
चंचल, खिला-खिला हर पल है
नैना मध तेरे नैना, लूटे हैं रे चैना

सुबह की तू शबनम, साँझ की है सरगम
परियों का ख़्वाब है, सपनों का संगम
कहीं किसी वादी में खिली हो कोई कली
या सूनी राहों में हो कोई शम्मा जली

Hey, बोलूँ क्या? बोलूँ क्या? और क्या बोलूँ मैं, बोलो?

हचचल, मचा दी तूने हलचल है
चंचल, खिला-खिला हर पल है
नैना मध तेरे नैना, लूटे हैं रे चैना

संदली सी आग है, चाँद का राग है
हल्का सा है नशा, महका हुआ बाग है
दूर गगन में हो जैसे कोई तारा
या किसी झील में चलता शिकारा

Hey, झूमे रे, झूमे रे, झूमे रे जग ये सारा

हचचल, मचा दी तूने हलचल है
चंचल, खिला-खिला हर पल है
नैना मध तेरे नैना, लूटे हैं रे चैना

हचचल, मचा दी तूने हलचल है



Credits
Writer(s): Amit Khanna, Nagrath Rajesh Roshan
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