Ruk Ja Oh Janewali Ruk Ja

रुक जा, ओ, जाने वाली, रुक जा
मैं तो राही तेरी मंज़िल का
नज़रों में तेरी मैं बुरा सही
आदमी बुरा नहीं मैं दिल का
आदमी बुरा नहीं मैं दिल का

देखा ही नहीं तुझको, सूरत भी ना पहचानी
तू आके चली छम से, ज्यूँ धूप के दिन पानी
देखा ही नहीं तुझको, सूरत भी ना पहचानी
तू आके चली छम से, ज्यूँ धूप के दिन पानी

रुक जा...
रुक जा, ओ, जाने वाली, रुक जा
मैं तो राही तेरी मंज़िल का
नज़रों में तेरी मैं बुरा सही
आदमी बुरा नहीं मैं दिल का
आदमी बुरा नहीं मैं दिल का

मुद्दत से मेरे दिल के सपनों की तू रानी है
अब तक ना मिले, लेकिन पहचान पुरानी है
मुद्दत से मेरे दिल के सपनों की तू रानी है
अब तक ना मिले, लेकिन पहचान पुरानी है

रुक जा...
रुक जा, ओ, जाने वाली, रुक जा
मैं तो राही तेरी मंज़िल का
नज़रों में तेरी मैं बुरा सही
आदमी बुरा नहीं मैं दिल का
आदमी बुरा नहीं मैं दिल का

आ, प्यार की राहों में, बाँहों का सहारा ले
दुनिया जिसे गाती है, उस गीत को दोहरा ले
आ, प्यार की राहों में, बाँहों का सहारा ले
दुनिया जिसे गाती है, उस गीत को दोहरा ले

रुक जा...
रुक जा, ओ, जाने वाली, रुक जा
मैं तो राही तेरी मंज़िल का
नज़रों में तेरी मैं बुरा सही
आदमी बुरा नहीं मैं दिल का
आदमी बुरा नहीं मैं दिल का



Credits
Writer(s): Shailendra, Jaikishan, Shankar Shankar
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