Muqaddar Ka Sikandar

रोते हुये आते हैं सब
रोते हुये आते हैं सब
हँसता हुआ जो जायेगा
वो मुकद्दर् का सिकंदर
वो मुकद्दर् का सिकंदर
जान-ए-मन कहलायेगा
रोते हुये आते हैं सब
हँसता हुआ जो जायेगा

वो सिकंदर क्या था
जिसने जुल्म से जीता जहां
वो सिकंदर क्या था
जिसने जुल्म से जीता जहां
प्यार से जीते दिलों को
वो झुका दे आसमान
जो सितारों पर कहानी
प्यार की लिख जायेगा
वो मुकद्दर् का सिकंदर
वो मुकद्दर् का सिकंदर
जान-ए-मन कहलायेगा
रोते हुये आते हैं सब

हँसता हुआ जो जायेगा

जिंदगी तो बेव़फा है
एक दिन ठुकरायेगी
जिंदगी तो बेव़फा है
एक दिन ठुकरायेगी
मौत मेहबूबा है अपने
साथ लेकर जायेगी
मर के जीने की अदा जो
दुनिया को सिखलायेगा
वो मुकद्दर् का सिकंदर
वो मुकद्दर् का सिकंदर

जान-ए-मन कहलायेगा
रोते हुये आते हैं सब
हँसता हुआ जो जायेगा

हमने माना ये जमाना
दर्द की जागिर है
हमने माना ये जमाना
दर्द की जागिर है
हर कदम पे आसूओं की एक नई जंजीर है
साज़-ए-ग़म पर जो खुशी के
गीत गाता जायेगा
वो मुकद्दर् का सिकंदर
वो मुकद्दर् का सिकंदर
जान-ए-मन कहलायेग
रोते हुये आते हैं सब
हँसता हुआ जो जायेगा
वो मुकद्दर् का सिकंदर
वो मुकद्दर् का सिकंदर
जान-ए-मन कहलायेग
जान-ए-मन कहलायेग



Credits
Writer(s): Anjaan, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
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