Wafa Jo Na Ki

मंज़ूर नहीं मेरी मुहब्बत तो क्या हुआ
ऐ दोस्त दुश्मनी निभाने के लिए आ
माना तेरे करम के तो काबिल नहीं रहे
आ मेरे दिल पे ज़ुल्म ही ढाने के लिए आ
वफ़ा जो न की तो जफ़ा भी न कीजे

वफ़ा जो न की तो जफ़ा भी न कीजे
सितम जानेमन इस तरह भी न कीजे
के मरने की तमन्ना में कहीं जी न जाएँ
के मरने की तमन्ना में कहीं जी न जाएँ
वफ़ा . . आ . . आ. .आ

नहीं इश्क हमसे नहीं न सही
हमें इश्क तुमसे तो हम क्या करें
है मर-मर के जीने की आदत हमें
तुम्हारी बला से जियें न मरें
भला, आ. . आ. . आ

भला न किया तो बुरा भी न कीजे
सितम जानेमन इस तरह भी न कीजे
के मरने की तमन्ना में कहीं जी न जाएँ
के मरने की तमन्ना में कहीं जी न जाएँ
वफ़ा . . आ . . आ. .आ
वफ़ा जो न की तो जफ़ा भी न कीजे
सितम जानेमन इस तरह भी न कीजे
के मरने की तमन्ना में कहीं जी न जाएँ
के मरने की तमन्ना में कहीं जी न जाएँ
वफ़ा . . आ . . आ. .आ



Credits
Writer(s): Anjaan, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
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