Bahon Mein Teri Masti Ke Ghere

बाँहों में तेरी मस्ती के घेरे
साँसों में तेरी ख़ुशबू के डेरे

बाँहों में तेरी मस्ती के घेरे, मस्ती के घेरे
साँसों में तेरी ख़ुशबू के डेरे, ख़ुशबू के डेरे
मस्ती के घेरों में, ख़ुशबू के डेरों में
हम खोए जाते हैं

बाँहों में तेरी मस्ती के घेरे, मस्ती के घेरे
साँसों में तेरी ख़ुशबू के डेरे, ख़ुशबू के डेरे
मस्ती के घेरों में, ख़ुशबू के डेरों में
हम खोए जाते हैं
बाँहों में तेरी मस्ती के घेरे, मस्ती के घेरे

ख़्वाबों में जिसको तन्हा जवानी
बरसों से तकती थी तू वो ही है
छूने से जिसके सीने में मेरे
लौ जाग सकती थी तू वो ही है

कुछ ख़्वाब मेरे, कुछ ख़्वाब तेरे
यूँ मिलते जाते हैं, दिल खिलते जाते हैं
लब गुनगुनाते हैं

साँसों में तेरी ख़ुशबू के डेरे, ख़ुशबू के डेरे
बाँहों में तेरी मस्ती के घेरे, मस्ती के घेरे

बिखरा के ज़ुल्फ़ें झुक जाओ मुझ पे
मिलने दो साया तपते बदन को
मैंने हमेशा तेरी अमानत
समझा है अपने जान और तन को

तू साथ मेरे, मैं साथ तेरे
रूहों के रूहों से, जिस्मों के जिस्मों से
सदियों के नाते हैं

साँसों में तेरी ख़ुशबू के डेरे, ख़ुशबू के डेरे
बाँहों में तेरी मस्ती के घेरे, मस्ती के घेरे
मस्ती के घेरों में, ख़ुशबू के डेरों में
हम खोए जाते हैं

साँसों में तेरी ख़ुशबू के डेरे, ख़ुशबू के डेरे
बाँहों में तेरी मस्ती के घेरे, मस्ती के घेरे



Credits
Writer(s): Rajesh Nagrath, Sahir Ludhianvi
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