Tum Besahara Ho - Version 1

तुम बेसहारा हो तो किसी का सहारा बनो
तुम बेसहारा हो तो किसी का सहारा बनो
तुमको अपने आप ही सहारा मिल जाएगा
कश्ती कोई डूबती पहुँचा दो किनारे पे
तुमको अपने आप ही किनारा मिल जाएगा

तुम बेसहारा हो तो किसी का सहारा बनो
तुम बेसहारा हो तो...

हँस कर ज़िंदा रहना पड़ता है
अपना दुख ख़ुद सहना पड़ता है
रस्ता चाहे कितना लंबा हो
दरिया को तो बहना पड़ता है
दरिया को तो बहना पड़ता है

हो, तुम हों एक अकेले तो
रुक मत जाओ, चलो निकलो
रस्ते में कोई साथी तुम्हारा मिल जाएगा

तुम बेसहारा हो तो किसी का सहारा बनो
तुम बेसहारा हो तो...

जीवन तो एक जैसा होता है
कोई हँसता, कोई रोता है
सब्र से जीना आसाँ होता है
फ़िक्र से जीना मुश्किल होता है
फ़िक्र से जीना मुश्किल होता है

हो, थोड़े फूल हैं, काँटे हैं
जो तक़दीर ने बाँटे हैं
हमको इनमें से हिस्सा हमारा मिल जाएगा

तुम बेसहारा हो तो किसी का सहारा बनो
तुम बेसहारा हो तो...



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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