Anjaan jahaan

सुन के भी ना सुनना है
मुझ को तुझ से बच के रहना है
मुश्किलों में पड़ना नहीं है अब मुझे
बस अपनी राहों पे चलना है मुझे
हाँ

आवाज़ नहीं, तू है मेरा एक फ़ितूर
छोड़ दे मुझ को, छोड़ दे तू
रहना तू मुझ से दूर
दिल के जो क़रीब हैं वो पास हैं मेरे
सदा ना दे मुझे, ना आऊँ पास मैं तेरे

ये है मेरी दुनियाँ, नहीं खोना है इसको
क्यूँ सनन-सनन सदाएँ दे बुलाए तू?
अनजान जहाँ, अनजान जहाँ, अनजान जहाँ

चाहती है क्या? क्यूँ नींदें चुराती है?
हो ना जाए कोई ग़लती, मुझे क्यूँ सताती है?
या बैचैनी है क्या तुझ में भी ऐसी?
क्या दिल में है हलचल कुछ मेरे जैसी?

हाँ, इस दिल में जो दबा है वो बढ़ता है जुनूँ
डर है तुझ को पा के खुद को खो ना दूँ
है अनजान जहाँ, अनजान जहाँ, अनजान जहाँ

हो-ओ-ओ, तू क्या है? तू कहाँ है?
तू क्यूँ है तू जहाँ है?

तनहा ना छोड़ अब मुझे इस तरह यूँ
ले चल संग मुझ को तू उस अनजान जहाँ



Credits
Writer(s): Robert Lopez, Kristen Anderson-lopez
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