Is Kismat Ke Kaise

इस किस्मत के भी है कैसे, कैसे रंग निराले
हो, कैसे रंग निराले
एक-दूजे से उलझ रहे हैं, एक ही माँ के पाले
हो, एक ही माँ के पाले

जो देखे थे बचपन में, वो सपने हो गए झूठे
दिल से दिल की डोर बंधी, जो टूटे से ना टूटे
टूटे से ना टूटे



Credits
Writer(s): Kalyanji Anandji, Rajendra Krishan
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