Aa Lag Ja Gale Dilruba - From "Dus Lakh"

आ लग जा गले, दिलरुबा
आ लग जा गले, दिलरुबा
कहाँ रूठ के चली, ओ, गुलाब की कली?
तेरे क़दमों में दिल है मेरा
लग जा गले, दिलरुबा

ओ, शोला बदन, ओ, ज़ोहरा-जबीं
तुम गुस्से में लगती हो और हसीं
बैठा हूँ जिगर को थामे हुए
मुझ पे ना गिरे ये बिजली कहीं

इतना ना सितम करना
कुछ नज़र-ए-करम करना
देखिए दिल है नाज़ुक मेरा

लग जा गले, दिलरुबा
आ लग जा गले, दिलरुबा
कहाँ रूठ के चली, ओ, गुलाब की कली?
तेरे क़दमों में दिल है मेरा
लग जा गले, दिलरुबा

इतरा के ना चल, बलखा के ना चल
आँचल को हवा में उड़ा के ना चल

इतरा के ना चल, बलखा के ना चल
आँचल को हवा में उड़ा के ना चल
बन जाएगा कोई अफ़साना
दिल को मेरे तड़पा के ना चल

क्या कहने नज़ाकत के
सामाँ हैं क़यामत के
मैं तो पहली नज़र में लुटा

लग जा गले, दिलरुबा
आ लग जा गले, दिलरुबा
कहाँ रूठ के चली, ओ, गुलाब की कली?
तेरे क़दमों में दिल है मेरा
लग जा गले, दिलरुबा

ना इश्क़ हमें है दुनिया से
ना प्यार हमें है दौलत से
हम को तो मोहब्बत है, ज़ालिम
तेरी भोली वाली सूरत से

पलकों पे बिठा लूँगा
सीने में छुपा लूँगा
मैं हूँ कब से दीवाना तेरा

लग जा गले, दिलरुबा
आ लग जा गले, दिलरुबा
कहाँ रूठ के चली, ओ, गुलाब की कली?
तेरे क़दमों में दिल है मेरा
लग जा गले, दिलरुबा



Credits
Writer(s): Prem Dhawan, Ravi
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