Apni Aag Ko Zinda Rakhna

अपनी आग को ज़िंदा रखना कितना मुश्किल है
अपनी आग को ज़िंदा रखना कितना मुश्किल है
पत्थर बीच आईना रखना कितना मुश्किल है

अपनी आग को ज़िंदा रखना कितना मुश्किल है
पत्थर बीच आईना रखना कितना मुश्किल है

कितना आसाँ है तस्वीर बनाना औरों की
कितना आसाँ है तस्वीर बनाना औरों की

ख़ुद को पस-ए-आईना रखना कितना मुश्किल है
पत्थर बीच आईना रखना कितना मुश्किल है
अपनी आग को ज़िंदा रखना कितना मुश्किल है
पत्थर बीच आईना रखना कितना मुश्किल है

तुमने मंदिर देखे होंगे, ये मेरा आँगन है
तुमने मंदिर देखे होंगे, ये मेरा आँगन है

एक दिया भी जलता रखना कितना मुश्किल है
पत्थर बीच आईना रखना कितना मुश्किल है
अपनी आग को ज़िंदा रखना कितना मुश्किल है
पत्थर बीच आईना रखना कितना मुश्किल है

चुल्लू में हो दर्द का दरिया, ध्यान में उसके होंठ
चुल्लू में हो दर्द का दरिया, ध्यान में उसके होंठ

यूँ भी ख़ुद को प्यासा रखना कितना मुश्किल है
पत्थर बीच आईना रखना कितना मुश्किल है
अपनी आग को ज़िंदा रखना कितना मुश्किल है
पत्थर बीच आईना रखना कितना मुश्किल है

अपनी आग को ज़िंदा रखना कितना मुश्किल है
पत्थर बीच आईना रखना कितना मुश्किल है
अपनी आग को ज़िंदा रखना कितना मुश्किल है
पत्थर बीच आईना रखना...



Credits
Writer(s): Jagjit Singh, Ishrat Afreen
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