Mareeze Ishq Hoon Ae Janeman

मरीज़-ए-इश्क़ हूँ ऐ जानेमन, मेरी दुआ लेना
मैं मर जाऊँ तो मेरी लाश को दूल्हा बना देना
मरीज़-ए-इश्क़ हूँ ऐ जानेमन, मेरी दुआ लेना

तमना है के मर कर छोड़ जाऊँ यादगार अपनी
तमना है के मर कर छोड़ जाऊँ यादगार अपनी
किसी photographer से मेरा photo खींचा देना
मरीज़-ए-इश्क़ हूँ ऐ जानेमन, मेरी दुआ लेना

ये हसरत हैं के मीट कर भी तुम्हारा काम आऊँ मैं
ये हसरत हैं के मीट कर भी तुम्हारा काम आऊँ मैं
जो तुम चाहो तो मेरी खाल की चप्पल बना लेना

मरीज़-ए-इश्क़ हूँ ऐ जानेमन, मेरी दुआ लेना
मैं मर जाऊँ तो मेरी लाश को दूल्हा बना देना



Credits
Writer(s): Shakeel Badayuni, Hemant Kumar
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