Ek Baar Zara Phir Keh Do

एक बार ज़रा फिर कह दो
मुझे शर्माके तुम दीवाना

ऐसी मीठी-मीठी बातें करके
ऐसी मीठी-मीठी बातें करके
कहाँ सीखा है दिल का लुभाना
ओ जानेजाँ
एक बार ज़रा फिर कह दो
मुझे शर्माके तुम दीवाना

दिल लेकर रहो दूर हुज़ूर न हमसे
करो इतना गुरूर न हमसे

ओ सजना, मेरा हार सिंगार तुम्हीं हो
मेरा दम है तुम्हारे ही दम से
तुम शमा हो तो मैं हू परवाना

ऐसी मीठी-मीठी बातें करके
कहाँ सीखा है दिल का लुभाना
ओ जानेजाँ
एक बार ज़रा फिर कह दो
मुझे शर्माके तुम दीवाना

सुनो दिलबर, ये जो दीप ख़ुशी का जला है
मेरा प्यार इसी मे ढला है

मेरा दिल भी पिया लेके तुम्हारा सहारा
नयी राह पे आज चला है
दिया तुम्हीं ने उम्मीदों को ठिकाना

ऐसी मीठी-मीठी बातें करके
कहाँ सीखा है दिल का लुभाना
ओ जानेजाँ
एक बार ज़रा फिर कह दो
मुझे शर्माके तुम दीवाना

तुम चाहो, तो मैं तोड़ के लादू सितारे
के हो तुम मुझे जान से प्यारे

क्या मांगू, जब मिल गये तुम मुझे सजना
मैं तो आ गयी बस मे तुम्हारे
मेरा दिल है तुम्हारा नज़राना
ऐसी मीठी-मीठी बातें करके
कहाँ सीखा है दिल का लुभाना
एक बार ज़रा फिर कह दो
मुझे शर्माके तुम दीवाना

(कहो ना)
(दीवाना)
(फिर कहो)
(दीवाना)
(फिर कहो)
(दी वा ना)



Credits
Writer(s): / Naushad Badayuni
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