Aah Ko Chaahiye Ik Umr Asar Hone Tak

आह को चाहिए इक उम्र असर होने तक
आह को चाहिए इक उम्र असर होने तक
कौन जीता है तेरी जुल्फ़ के सर होने तक
कौन जीता है तेरी जुल्फ़ के सर होने तक

आशिक़ी सब्र-तलब और तमन्ना बे-ताब
आशिक़ी सब्र-तलब और तमन्ना बे-ताब
दिल का क्या रंग करूँ ख़ून-ए-जिगर होने तक
दिल का क्या रंग करूँ ख़ून-ए-जिगर होने तक

हमने माना कि तग़ाफ़ुल ना करोगे, लेकिन
हमने माना कि तग़ाफ़ुल ना करोगे, लेकिन
ख़ाक हो जाएँगे हम तुमको ख़बर होने तक
आह को चाहिए इक उम्र असर होने तक

ग़म-ए-हस्ती का, असद, किस से हो जुज़ मर्ग इलाज
ग़म-ए-हस्ती का, असद, किस से हो जुज़ मर्ग इलाज
शम्मा हर रंग में जलती है सहर होने तक
आह को चाहिए इक उम्र असर होने तक
कौन जीता है तेरी जुल्फ़ के सर होने तक



Credits
Writer(s): Jagjit Singh Dhiman
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